Breaking News Live PM मोदी के ‘मन की बात’ ने खड़ा किया जन आंदोलन
नई दिल्ली, एएनआई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लोकप्रिय कार्यक्रम ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 100वें एपिसोड का रविवार को प्रसारण होगा। अक्टूबर 2014 में शुरू हुए मासिक रेडियो कार्यक्रम के प्रभाव पर एक रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट को एक्सिस मॉय इंडिया और बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के साथ साझेदारी में इंस्टीट्यूट फॉर कॉम्पिटिटिवनेस (IFC) ने जारी की है। जिसमें मन की बात कार्यक्रम और समाज पर इसके प्रभाव के बारे में विस्तार से समझाया गया है. Breaking News Live
समाचार एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में आईएफसी निदेशक डॉ. अमित कपूर ने बताया कि यह एक अनोखी एक्सरसाइज थी जिसको हम करना चाहता थे। देश के प्रधानमंत्री द्वारा किया जाने वाला रेडियो शो काफी अनोखा है और यह करीब 50 से 70 साल के अंतराल में बाद किया जा रहा था। वास्तव में इससे पहले रेडियो शो करने वाले एकमात्र अन्य व्यक्ति फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट थे. More News
उन्होंने प्रदर्शनकारियों के दावे को दोहराया कि विरोध स्थल की बिजली और पानी की आपूर्ति काट दी गई थी और भोजन और गद्दे जैसी आपूर्तियों को अंदर नहीं जाने दिया गया था, उन्होंने बाद में एक ट्वीट में कहा, “देश का नाम रोशन करने वाली ये सभी महिला खिलाड़ी हमारी बेटियां हैं, इन्हें न्याय मिलना चाहिए। आरोपी कितना भी ताकतवर क्यों न हो, उसे सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए,
दिल्ली पुलिस ने सिंह के खिलाफ प्राथमिकी तब दर्ज की जब बल की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा की सुप्रीम कोर्ट की पीठ को बताया कि शुक्रवार को मामला दर्ज किया जाएगा, हालांकि, नाराज पहलवानों ने डब्ल्यूएफआई प्रमुख को सभी पदों से गिरफ्तार करने और बर्खास्त करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी रखने का फैसला किया और कहा कि उन्हें दिल्ली पुलिस पर भरोसा नहीं है. More News
मोदी सरनेम केस: राहुल गांधी की अपील पर गुजरात HC 2 मई को सुना सकता है फैसला जानें?
न्यायमूर्ति हेमंत प्राच्छक ने सत्र अदालत के 20 अप्रैल के आदेश को चुनौती देने वाली गांधी की आपराधिक पुनरीक्षण याचिका पर सुनवाई की. इससे पहले न्यायमूर्ति गीता गोपी की अदालत के समक्ष तत्काल सुनवाई के लिए इस मामले का उल्लेख किया गया था. न्यायमूर्ति गोपी ने बाद में खुद को सुनवाई से अलग कर लिया था और फिर न्यायमूर्ति प्राच्छक को यह मामला सौंपा गया था. More News
‘वे रिटायरमेंट पर वोट मांग रहे, कर्नाटक की जनता थकी हुई कांग्रेस को PM मोदी का सिद्धरमैया पर प्रहार?
विजयपुर (कर्नाटक). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस नेता सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने के नाम पर वोट मांग रहे हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि कर्नाटक के लोग ‘थकी और हारी’ हुई कांग्रेस को नहीं, बल्कि जोश से भरी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को चुनेंगे. मोदी ने विजयपुर में एक चुनावी रैली में कहा, ‘कांग्रेस के एक नेता अपनी सेवानिवृत्ति के नाम पर वोट मांग रहे हैं. उनका सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा है-‘यह मेरा आखिरी चुनाव है. मुझे एक मौका दें. वे किस दयनीय स्थिति में पहुंच गए हैं. More News
प्रधानमंत्री ने परोक्ष रूप से 75 वर्षीय सिद्धरमैया पर निशाना साधा, जिन्होंने हाल में घोषणा की थी कि यह उनका आखिरी चुनाव होगा और वह अब चुनाव नहीं लड़ेंगे. मोदी ने कहा, ‘‘मैं जानता हूं कि कर्नाटक की जनता थकी और हारी हुई कांग्रेस को नहीं, बल्कि उत्साह से भरी भाजपा को चुनेगी’’ उन्होंने कहा कि कर्नाटक के कोने-कोने से ‘ई बैरिया निर्धारा, बहुमतदा भाजपा सरकार’ (इस बार फैसला, बहुमत वाली भाजपा सरकार) का नारा गूंज रहा है,
कर्नाटक के विजयपुर में जन्मे 12वीं सदी के समाज सुधारक बसवेश्वर के अनुयायी प्रभावशाली लिंगायत समुदाय से जुड़ने की कोशिश में मोदी ने कहा कि उनकी पार्टी बसवेश्वर की शिक्षाओं का पालन करती है. प्रधानमंत्री ने कहा कि कर्नाटक में 2023 का विधानसभा चुनाव अगले 25 वर्षों में राज्य के निर्माण के बारे में है More News